Connect with us

Powai

Mulund- बी के गोदावरी दीदी को मानद डॉक्टरेट उपाधि से सम्मानित किया गया

Published

on


राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी गोदावरी दीदी, ब्रह्मा कुमारिस मुलुंड सबजोन की इंचार्ज को डॉक्टरेट ऑफ़ लेटर्स – डी लिट्ट, यूनिवर्सिटी ऑफ़ सेंट्रल अमेरिका, बोलीविया और वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स, लंदन द्वारा सम्मानित किया गया है.

मुलुंड, मुंबई: राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी गोदावरी दीदी जो अपने आध्यात्मिक सेवाओं के ५० साल ब्रह्मा कुमारिस, मुलुंड सबजोन द्वारा मना रही हैं ,शांति और सद्भावना द्वारा मानवता की सेवा करने के लिया उनकी सराहना की जा रही है।  १९६२ से उन्हेने आध्यात्म द्वारा अनेक आत्माओं की देश और विदेश में सेवा की है।

२५ दिसंबर २०२१ को १० बजे कालिदास रुनग्नालय, प्रियदर्शिनी इंदिरा गाँधी स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स, पुषोतम खेराज मार्ग, मुलुंड प, मुंबई में, ब्रह्मा कुमारिस सबजोन ने मुलुंड के सेवाओं का सवर्ण उत्सव मनाया, जिसमे राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी गोदावरी दीदी को डॉक्टरेट ऑफ़ लेटर्स – डी लिट्ट, यूनिवर्सिटी ऑफ़ सेंट्रल अमेरिका, बोलीविया द्वारा उनकी मानव सेवाओं के लिए डॉक्टरेट की डिग्री दी गयी। इसके अतिरिक्त, उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड, लंदन द्वारा भी उनके अध्यात्म और मनुष्यों में अच्छे गुणों की धारणा कराने की सेवा के लिए सम्मानित किया गया है।  मनुष्य जीवन को अच्छा और तनाव मुक्त कैसे बनाये इस क्षेत्र में उनके अथक परिश्रम और कई मनुष्य की जीवन को पलटने के कारण ही उनको यह पुरस्कार दिया गया है। यह पुरस्कार डॉक्टर दीपक हरके – पहले भारतीय जिन्हे १७४ वर्ल्ड रिकॉर्ड मिले है , और भारत गौरव सन्मान, राजयोग का प्रचार करने के लिए मिला है उनके द्वारा दिया गया है।

इस मौके पर आदरणीय राजयोगी ब्रिज मोहन भाइजी, जो ब्रह्मा कुमारिस के एडिशनल सेक्रेटरी जनरल है ,उन्होंने अपने आर्शीवाद देते हुए कहा की आज की तारीख बहुत विचित्र है क्योंकि इसमें ३ बार ५ आता है।  २५ में ५ आता है, फिर १+२+२ मिलकर ५ होता है और २०२१ भी ५ होता है।  सभी नदिओं के नाम भी माताओं के नाम पे रखे गए है, तो इससे सिद्ध होता है की माताएं सभी का परिवर्तन कर सकती है।  भारत में हमेशा से चरित्र निर्माण का कार्य किया गया है और ब्रह्मा कुमारिस संस्था ने अच्छे गुणों को धारण करने का ही मार्ग बताया है।  दीदीजी ने सेवा यहाँ की है और आवाज़ विदेश में पहुंचा है।  दीदीजी अकेली नहीं है पर उनका साथी भगवान है। भारत की सारी नदियों का यादगार पानी के लिए नहीं बल्कि शिवशक्तियाँ, जो ब्रह्मा कुमारियाँ बनी है और परमात्मा शिव का ज्ञान सारे विश्व में फैला रही है, उनका गायन है। सभी ने शिव सेना के बारे में सुना होगा ,पर शिवशक्तिओं का गायन शिव परमात्मा द्वारा धरती पे स्वर्ग लाने और अपने को आत्मा समझने के कारण है।

आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी संतोष दीदीजी, जॉइंट चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव हेड, ब्रह्मा कुमारिस, जोन इंचार्ज, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना और सोशल विंग की चेयर पर्सन ने कहा की मुंबई शहर कई मंदिर जैसे मुम्बा देवी, महालक्मी और शीतलादेवी का यादगार है ।परन्तु बाबुलनाथ मंदिर बाबुलनाथ परमपिता शिव परमात्मा का यादगार है जो सभी आत्माओं के पिता है।  मुंबई बहुत ही सुरक्षित जगह है और यहाँ पर १५० से भी ज्यादा ब्रह्मा कुमारिस के आश्रम और गीता पाठशाला है।  मैं गोदावरी दीदीजी को मुलुंड सेवा के ५० साल पुरे करने और डॉक्टरेट की डिग्री के लिए बधाई देती हूँ।

आदरणीय राजयोगी रतन थडानी, डायरेक्टर और चेयरमैन, ब्रह्मा कुमारिस वर्ल्ड स्पिरिचुअल यूनिवर्सिटी, यूके, डायरेक्टर ब्रह्मा कुमारिस इनफार्मेशन सर्विसेज, यूके ने अपनी शुभ भावना देते हुए कहा की मैं ७० देशों में जा चूका हूँ और देविओं के कई मंदिर देखें है।  इसमें से कई मंदिर नारी शक्ति का प्रतिक है और दीदीजी का नाम भी एक नदी के साथ जुड़ा हुआ है।  जैसे दीदीजी ने अपनी विशेषता को सेवा में लगाया है वैसे ही हम सबमे भी कोई न कोई विशेषता है और उसे हमे मानव सेवा में लगाना चाहिए।

मुख्य स्पीकर आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी शीलू दीदी, नेशनल कोर्डिनेटर, एजुकेशन विंग, आर इ आर ऍफ़, ने बताया की हम सभी परम पिता, परम शिक्षक और परम सद्गुरु के बच्चे है। दीदीजी मेरे लिए प्रेरणा स्तोत्र रही है।  जब १९७३ में मैं मुंबई में थी, तो सभी टीचर्स बहने छोटे बच्चों के रूप में सेंटर आते थे और अब दीदीजी के नेतृत्व में सभी सेंटर इंचार्ज बन गयी है और यह पुरस्कार उनके इस प्रयास के लिए मिला है।

आदरणीय भाई मनोज कोटक, मेंबर ऑफ़ पार्लियामेंट ने कहा की मुलुंड पावन और सत्यता की धरनी रही है।  मुलुंड में शिव के कई मंदिर है।  दीदीजी के सेवाओं के कारण कई मुलुंड निवासिओं को ख़ुशी, आनंद और भरपूरता का अनुभव होता है। यह स्वर्णिम अवसर है, जो ब्रह्मा कुमारिस को मुलुंड में ५० साल पुरे हुए और दीदीजी को यह डॉक्टरेट मिल रहा है।  हमे मुलुंड में ही मन के शांति की अनुभूति होती है क्योंकि दीदीजी सदा अच्छी बातें फ़ैलाने का प्रयास करती रहती है।

आदरणीय भाई राजकुमार कोहले, जानवीस मल्टी फाउंडेशन वनडे मातरम डिग्री कॉलेज, डोम्बिवली (प), ने कहा की हम भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में रहते है।  सभी पावन बनने के लिए नदिओं पर जाते है परन्तु गोदावरी दीदीजी यहाँ ही अपनी सेवाओं द्वारा सबको पावन बना रही है।  आज खास ३ बातें हो रही है। १- मुलुंड सबजोन की स्वर्ण जयंती, २- दीदीजी को यूनिवर्सिटी ऑफ़ बोलीविया द्वारा डॉक्टरेट की प्राप्ति और ३- वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स, लंदन द्वारा प्रशंसा पत्र मिलना।  २९ अक्टूबर को उनको यह डॉक्टरेट की डिग्री दी गयी ,जिसमे कई बातों को पूरा करने के बाद वाईस चांसलर और कमिटी द्वारा यह डिग्री नवाज़ी गयी।

आदरणीय भाई मिहिर कोटेचा, मेंबर ऑफ़ लेजिस्लेटिव असेंबली ने दीदीजी को ५० साल की सेवा पूरी करने की बधाई दी।  उन्होंने कहा की आपने जो मानव में अच्छे गुणों की धारणा कराने की सेवा की है, उसके फल स्वरुप आपको यह डिग्री मिली है। आदरणीय भाई जयंत छेड़ा, एडिटर, प्रिंटर और पब्लिशर, गुर्जर मत गुजराती नूस्लेटर ने कहा की यह गुर्जर मत प्रिंट मीडिया और विज़न मीडिया के लिए बड़ी गौरव की बात है की हमे अच्छे और परमात्मा के विचार छापने का मौका मिला।  गोदावरी दीदीजी ने राजयोग द्वारा मुलुंड में शांति की वाइब्रेशन फैलाई है और हमे सुरक्षित रखा है।  हम उनके कार्य को हमेशा मीडिया द्वारा प्रकाशित करते रहेंगे।

आदरणीय बहन अभिनेत्री वर्षा उसगाओंकर ने डॉक्टर गोदावरी दीदीजी और उनकी सारी टीम को अपने जीवन को ईश्वरीय कार्य के लिए सौपने की बधाई दी।  उन्होंने कहा की जब भी मैं ब्रह्मा कुमारिस सेण्टर पे जाती हूँ तो मुझे मन की शांति मिलती है।  ब्रह्मा कुमारिस ही हमे आत्मा निर्भर बनना सिखाती है।  उन्होंने कहा की विश्व परिवर्तन करना एक का काम नहीं, पर अगर एक अच्छी टीम हो तो यह काम हो सकता है।  मानव सेवा करने के लिए काफी सहन शीलता और अपने आराम का भी त्याग करना पड़ता है।  मुझे ब्रह्मा कुमारिस के सभी प्रोग्राम में जाना अच्छा लगता है।  ब्रह्मा कुमारिस संस्था ही ऐसी है जो आत्मा निर्भर संस्था है और हमे भी ऐसा बनना सिखाती है।  दीदीजी को यह डिग्री  पढाई के लिए नहीं परन्तु मानव सेवा के लिए मिली है।

आदरणीय बहन माया कोठारी, मैनेजिंग ट्रस्टी, श्री कच्छी लोहना महाजन, मुलुंड ने कहा की आपने हमे परमात्म से मिलने का मार्ग बताया है।  जैसे गोदावरी नदी सबको पावन बनाती है ,वैसे आप अपने परिश्रम से सबको पावन बना रही है।  आपने कई लोगों के जीवन में शांति लाने का और व्यसन मुक्त बनाने का कार्य सभी समाज के वर्गों में किया है।  शिवा मतलब कल्याणकारी और आपने सभी मनुष्यों को अध्यात्म के रस्ते  पर चल, अपने मन को परमात्मा में कैसे लगाए यह सिखाया है।  डॉक्टर गोदावरी एक प्यारी माँ है और परमात्मा शिव का सन्देश सारे विश्व में फैला रही है।

आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी गोदावरी दीदीजी, मुख्या प्रशासिका, मुलुंड सब जोन, ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि मुझे परमात्मा और दादीजी की दुआएं प्राप्त है, जिसके द्वारा यह सेवाओं के ५० साल हम पुरे कर पाए है।  टीचर्स की टीम और सभी भाई बहनो के परिश्रम से ही यह प्राप्ति हुई है।  मैं अपने परिवार और मुलुंड निवासिओं का भी धन्यवाद् करना चाहूंगी।  मेरी सिर्फ एक आश है कि आप सभी का परमात्मा के साथ अच्छा रिश्ता बने और आप दिन रात उनसे जुड़े रहे।  यह डिग्री परमात्मा शिव के कारण ही मिली है, जो हमे समय प्रति समय शिक्षाएं और इशारे देते रहते है।

आदरणीय बहन ब्रह्मा कुमारी लाजवंती दीदी, प्रशासिका, भांडुप सेंटर ने अपने सुन्दर बोल से सभी का स्वागत किया। आदरणीय भाई ब्रह्मा कुमार इवि गिरीश, कॉर्पोरेट ट्रेनर और लाइफ कोच, ने मंच का नेतृत्व संभाला।

 

brahmakumaris mulund

‘Women Achievers Award’ to BK Godavari Didi Ji- Mulund, Mumbai

Published

on

By

Powai Mumbai

7th Mar: BK Godavari Didi, Mulund Sub Zone Incharge, has been conferred ‘Women Achievers Award’ bySangeetha Sood, Psychotherapist, Counsellor and a ​M​ember of Young Environmentalist \ Program Trust during a grand ceremony held here.  Sister BK Lajwanti, Sister Jankiben – Powai Incharge & Others are seen on the stage.

Continue Reading

Brahma Kumaris Mulund